Hello! दोस्तो आप सभी का स्वागत है मेरे इस पेज पे आपको पता ही होगा कि प्रकृति द्वारा प्रदान किए गए सबसे खूबसूरत नज़ारों में से एक हैं पानी के झरने। इतनी ऊंचाई से गिरते हुए पानी को देखकर आप प्रकृति की शान और सौंदर्य का अहसास कर सकते हैं। सुंदर Waterfalls(जल प्रपात) में समय बिताना आपको यादगार पल दे सकते हैं। तो आज हम “भारतीय नियाग्रा” के नाम से “प्रशिद्ध चित्रकूट जल प्रपात”में बात करेंगे।
Chitrakot Waterfall (चित्रकूट जल प्रपात)
चित्रकूट जल प्रपात इंद्रावती नदी पर भारतीय राज्य छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में जगदलपुर से 38 किमी दूर आश्चर्यजनक ढंग से सुंदर दिखने वाला यह झरना घने जंगल वातावरण के बीच अपार प्राकृतिक सौंदर्य को दर्शाता है।
इसे 'भारतीय नियाग्रा' के नाम से जाने जाते हैं और इसे भारत के सबसे चौड़ा झरना होने का गौरव प्राप्त है। छत्तीसगढ़ में सबसे लोकप्रिय झरने के रूप में सूचीबद्ध है। हालांकि छत्तीसगढ़ राज्य में और भी बहुत-से जलप्रपात हैं, किन्तु चित्रकूट जलप्रपात सभी से बड़ा है। हालांकि छत्तीसगढ़ राज्य में और भी बहुत-से जलप्रपात हैं, किन्तु चित्रकूट जलप्रपात सभी से बड़ा है।
इस झरने की चौड़ाई मौसम के अनुसार बदलती रहती है और गर्मी के दिनों में काफी कम हो जाती है। चित्रकूट झरने का सबसे आकर्षक नजारा मॉनसून के मौसम में होता है, जब नदी अपने चरम पर बहती है और तटों को व तलछट दोनों को छूती है।
चित्रकोट जलप्रपात के आसपास घने वन विराजमान हैं, जो कि उसकी प्राकृतिक सौंदर्यता को और बढ़ा देती है। इस जलप्रपात की विशेषता यह है कि वर्षा के दिनों में यह रक्त लालिमा लिए हुए होता है, तो गर्मियों की चाँदनी रात में यह बिल्कुल सफ़ेद दिखाई देता है। यह जलप्रपात छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा, सबसे चौड़ा और सबसे ज्यादा जल की मात्रा प्रवाहित करने वाला जलप्रपात है।चित्रकूट जलप्रपात बहुत ख़ूबसरत हैं और पर्यटकों को बहुत पसंद आता है। ू
सधन वृक्षों एवं विंध्य पर्वतमालाओं के मध्य स्थित इस जल प्रपात से गिरने वाली विशाल जलराशि पर्यटकों का मन मोह लेती है।
'भारतीय नियाग्रा' के नाम से प्रसिद्ध चित्रकूट जल प्रपात वैसे तो प्रत्येक मौसम में दर्शनीय है, परंतु वर्षा ऋतु में इसे देखना अधिक रोमांचकारी अनुभव होता है। वर्षा में ऊंचाई से विशाल जलराशि की गर्जना रोमांच और सिहरन पैदा कर देती है।
आकार में यह झरना घोड़े की नाल के समान है और इसकी तुलना विश्व प्रसिद्ध नियाग्रा झरनों से की जाती है।
वर्षा ऋतु में इन झरनों की ख़ूबसूरती अत्यधिक बढ़ जाती है। अलग-अलग अवसरों पर इस जलप्रपात से कम से कम 3 और अधिकतम 7 धाराएँ गिरती हैं।लगभग 95 फीट की ऊंचाई से घने वनस्पति और झरने के रूप में बह रहे नदी के पानी को देखने के लिये हजारों पर्यटकों यहां खिंचे चले आते हैं।रात में इस जगह को पूरा रोशनी के साथ प्रबुद्ध किया गया है। यहाँ के झरने से गिरते पानी के सौंदर्य को पर्यटक रोशनी के साथ देख सकते हैं।
पर्यटक इसकी खूबसूरती का लुफ्त उठाने जुलाई - अक्टूबर माह में अत्यधिक मात्रा में आते है ।
तो दोस्तो यह थी छत्तीसगढ़ में स्थित “भारतीय नियाग्रा” के नाम से प्रशिद्ध चित्रकूट जल प्रपात(Chitrakot Waterfall) के बारे में कुछ जानकारी जो मैं आप सभी के बीच शेयर किया हु आशा करता हु की आप सभी को ये जानकारी अच्छी लगी होगी |
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शुक्रिया! 🙂
Aacha hai
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